आज तक किसी को नहीं पता इस पौधे के चमत्कारी गुणों के बारे में जान लीजिये, नहीं तो पछताओगे

दोस्तों मदार के पौधे तो आप सभी ने देख ही होगा। अक्सर कई जगहों पर आपको ये पौधा दिख जाएगा। लेकिन आप इसके फूलों को अधिक प्रयोग नहीं करते होगें। इस पौधे का वैसे तो धार्मिक महत्व अधिक है। इसे मदार या आक कहते हैं। इसे जानवर भी नहीं चरते है एवं यह बंजर भूमि में भी आसानी से उग आता है। इसके फल से गर्म तासीर की कोमल चिकनी रूई निकलती है। इसमें विषाक्त दूध भरा होता है। यह पौघा जहरीला होता है। मदार के फूल का धार्मिक महत्व भी है। आक के पौधे ऊँचे, झाड़ी की जाति का होता है। आक के पत्ते 2-6 इंच लम्बे, 2-3 इंच चौड़े, नुकीले, ऊपरी पृष्ठ चिकना और निचला पृष्ठ सफेद होता है।

संक्रमण की गंभीर परेशानी है। नाखूनों पर संक्रमण हो जाए तो आप चिंता ना करें। इसके लिए मदार के पौधे की जड़ को काट लें और उसे अच्छी तरह से पानी के साथ मिलाकर उसका लेप यानि पेस्ट तैयार कर लें। अब आप इसे संक्रमित नाखूनों पर लगा सकते हैं।

फोडा ठीक ना हो रहा हो तो आप मदार की जड़ को अच्छी तरह से पीस लें और उसका लेप फोडे पर लगाएं। इस उपाय से फोडा जल्दी ठीक हो जाता है।

स्किन में एलर्जी या रूखेपन के कारण खुजली की समस्या हो जाती है। इससे छुटकारा पाने के लिए इसकी जड़ को जला लें। इसकी राख को कड़वे तेल में मिलाकर खुजली वाली जगहें पर लगाएं। खुजली की परेशानी दूर हो जाएगी।

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