अलसी के बीजों में भी काफी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, अलसी में और भी कई पोषक तत्व जैसे विटामिन ई और मैग्नीशियम होते हैं।
प्रेगनेंसी में शिशु और मां को निरोगी बनाने के काम करता है, इससे शिशु के शरीर और मस्तिष्क का विकास ठीक से होता है।
मनोवैज्ञानिक विकार से पीड़ित होते हैं उनके शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी हो सकती है। इसकी कमी से आंत संबंधी रोग, भूलने की बीमारी जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं।
ओमेगा 3 युक्त आहार का सेवन करने से बढ़ती उम्र में कमजोर याददाश्त और अल्जाइमर रोग का जोखिम कम हो जाता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड की खासियत है कि ये स्किन को हाइड्रेट रखने में अहम रोल निभाता है. साथ ही स्किन की कई प्रॉब्लम्स से लड़ने में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड फ़ायदेमंद है।
ओमेगा -3 फैटी एसिड के निम्न स्तर बच्चों में नींद की समस्या और वयस्कों में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से जुड़े हैं।
अगर शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड की बहुत अधिक कमी हो गई तो ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है।