आंखों में कोई और कमजोरी तो नहीं है, इसकी भी जांच करवाएं। बचपन में आंखें स्वस्थ रहें, उसके लिए आप इन बातों पर ध्यान दें-
खेलने से बच्चों की आंखों पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, दैनिक दिनचर्या में से कम से कम 1 घंटा बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी में हिस्सा लेना चाहिए।
बच्चे के आहार में ब्रोकली, केल और पालक को शामिल करें। पालक में ल्यूटिन और जीएक्सेंथिन होता है जो आंखों की रोशनी को बढ़ाता है।
आपका बच्चा अभी तक व्यायाम नहीं कर रहा है, तो उसे तुरंत ऐसा करने के लिए कहें व्यायाम लाभकारी होगा आँखों के लिए।
आंवला में मौजूद विटामिन सी आंखों के लिए वरदान से कम नहीं है। जो बच्चों की आंखों की रोशनी को सालों-साल तक बनाए रखते हैं।
बच्चों की आंखों में काजल लगाने से कई दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं, इसलिए बच्चों की आँखों में काजल नहीं लगाना चाहिए।
सब्जियों में विटामिन A होता है। जो हमारी आंखों और नजर के लिए फायदेमंद है। लेकिन, केवल गाजर खाने से ही आंखें तेज नहीं होती।